SANTOSH PAUDEL'S BLOG
Sunday, June 29, 2014
आफ्ना
—
केहि प्रिय सपनाहरू
मेटाएर
मैले उसकै
अप्रिय कहानी
लेख्नु छ
ऊ
—
फगत
जिन्दगीमा
संयोगले भेटिएको
एक पात्र थियो
भनेर...
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